Health Benefits of Fish: लंबे समय तक फिट और निरोगी रहने के लिए स्वस्थ आहार लेना आवश्यक है, क्योंकि स्वस्थ आहार से मिलने वाले पोषक तत्व शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य (Physical And Mental Health) के लिए काफी फायदेमंद होते हैं. शरीर को माइक्रो और मैक्रो दोनों तरह के पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है. इसके अलावा प्रोटीन और ओमेगा-3 फैटी एसिड भी स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है. अगर आप मांसाहारी हैं तो आपको अपने डायट में मछली (Fish) को जरूर शामिल करना चाहिए, क्योंकि यह एक ऐसा आहार है जो शरीर की कई जरूरतों को पूरा करता है और मेंटल हेल्थ को भी बेहतर बनाता है.
मछली में प्रोटीन, ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन डी, विटामिन बी2, कैल्शियम और फास्फोरस जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसके अलावा यह आयरन, जिंक, आयोडीन, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे मिनरल्स का भी एक बड़ा स्रोत है. हेल्दी डायट के तौर पर हफ्ते में कम से कम दो बार मछली का सेवन जरूर करना चाहिए. आइए जानते हैं मछली के सेवन से होने वाले गजब के फायदे… यह भी पढ़ें: Cold-Cough Remedies: सर्दी-खांसी ने कर दिया है हाल बेहाल, इन 10 घरेलू नुस्खों को आजमाकर पाएं निजात
हार्ट को बनाए हेल्दी
मछली को ओमेगा-3 फैटी एसिड का एक महत्वपूर्ण स्रोत माना जाता है, जो एक ऐसा आवश्यक पोषक तत्व है जो हार्ट को हेल्दी बनाए रखने में मदद करता है. ओमेगा-3 फैटी एसिड ब्लड प्रेशर को कम करके अचानक मृत्यु से बचाव करता है. सैल्मन, ट्राउट, सार्डिन, हेरिंग, मैकेरल, टूना जैसी मछलियों को अपने आहार में शामिल करके आप अपने हार्ट को हेल्दी बनाए रख सकते हैं.
ब्रेन के लिए लाभदायक
गर्भवती महिलाओं के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड जरूरी माना जाता है, क्योंकि गर्भावस्था में यह ब्रेन फंक्शन को हेल्दी बनाए रखने में मदद करता है. यह शिशु के विजन और न्यूरोंस के विकास में भी मदद करता है. इसके नियमित सेवन से अवसाद, एडीएचडी, अल्जाइमर, डिमेंशिया और डायबिटीज के जोखिम को कम किया जा सकता है, इसलिए इसे ब्रेन के लिए लाभदायक माना जाता है.
याददाश्त बढ़ाने में मददगार
अगर आप हफ्ते में दो दिन मछली का सेवन करते हैं तो इससे मेमोरी को बेहतर बनाए रखने में मदद मिलती है. इसके नियमित सेवन से नए सेल्स का निर्माण होता है, जिससे दिमाग तेज होता है और याददाश्त बेहतर होती है. मछली में मौजूद प्रोटीन शरीर को ताकत देने के साथ-साथ नए सेल्स के निर्माण में भी मदद करता है.
डिप्रेशन के जोखिम को करे कम
मछली को मानसिक सेहत के लिए अत्यंत लाभदायक माना जाता है. इसमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड मेंटल हेल्थ को बेहतर बनाए रखने में मदद करता है. ओमेगा-3 फैटी एसिड अवसाद यानी डिप्रेशन के लक्षणों में कमी लाता है और ब्रेन को अधिक कुशलता से कार्य करने में मदद करता है. यह भी पढ़ें: Health Tips: अपनी सेहत की करते हैं परवाह तो खाली पेट इन चीजों का सेवन करने से करें परहेज
ऑटोइम्यून डिजीज का खतरा करे कम
मछली का सेवन आपको ऑटोइम्यून बीमारियों से बचाने में मददगार साबित हो सकता है. दरअसल, टाइप-1 डायबिटीज एक ऑटोइम्यून बीमारी है, ऐसे में ओमेगा-3 फैटी एसिड और विटामिन डी से भरपूर मछली इस बीमारी के जोखिम को कम करती है. इसके सेवन से बच्चों में टाइप-1 डायबिटीज और बड़ों में ऑटोइम्यून डिजीज का खतरा कम होता है.
इम्यूनिटी मजबूत बनाए
अपने डायट में मछली को शामिल करके आप अपने शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं. दरअसल, मछली के नियमित सेवन से शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद मिलती है. इसमें मौजूद विटामिन सी मौसमी बीमारियों के खतरे को कम करता है, जबकि विटामिन डी और सेलेनियम इम्यूनिटी को मजबूत बनाता है.
आर्थराइटिस का जोखिम करे कम
मछली को हड्डियों की मजबूती के लिए भी आवश्यक माना जाता है. अगर आप इसका नियमित तौर पर सेवन करते हैं तो इससे रुमेटाइड गठिया और मल्टीपल स्केलेरोसिस का खतरा कम होता है. इससे इन्फ्लेमेशन घटता है और हड्डियों को मजबूती मिलती है.
अच्छी नींद लाने में सहायक
कई लोगों को देर रात तक नींद नहीं आती है या फिर जो लोग अनिद्रा के शिकार हैं, उन्हें मछली का सेवन जरूर करना चाहिए. मछली में मौजूद विटामिन डी नींद की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के साथ-साथ डिप्रेशन से भी छुटकारा दिलाता है. मछली के नियमित सेवन से रात में अच्छी और गहरी नींद आने में मदद मिलती है. यह भी पढ़ें: Healthy Breakfast: सुबह के नाश्ते में करें इन हेल्दी चीजों का सेवन, कमजोरी होगी दूर, मिलेगी एनर्जी भरपूर
आंखों के लिए लाभदायक
मछली के नियमित सेवन से आंखों की रोशनी बेहतर होती है और आंखें स्वस्थ बनी रहती हैं. ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर मछली आंखों के लिए बेहद फायदेमंद मानी जाती है और इससे आंखों की बीमारियों का जोखिम कम होता है.
बहरहाल, मछली खाने से कई तरह के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य लाभ होते हैं, इसलिए डॉक्टर भी लोगों को मछली खाने की सलाह देते हैं. हालांकि अगर आपको कोई बीमारी या एलर्जी की समस्या है तो डॉक्टर से परामर्श लेकर ही आपको इसका सेवन करना चाहिए.
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारियों को सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है, जो किसी भी तरह के योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. इसमें दी गई जानकारियों को किसी बीमारी के इलाज या चिकित्सा सलाह के लिए प्रतिस्थापित नहीं किया जाना चाहिए. ‘अनादि लाइफ’ इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है, इसलिए किसी भी उपाय या सुझाव को आजमाने से किसी विशेषज्ञ या चिकित्सक से परामर्श लें.